महिला ने एक साथ दिया चार बच्चों को जन्म, छह साल से नहीं थी कोई औलाद

मड़ियांव
डॉक्‍टरों की देखरेख में चारों बच्‍चे।

आरयू संवाददाता, 

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के मड़ियांव स्थित हर्षा अस्पताल आज उस समय चर्चा में आ गया जब वहां एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया जिनमें दो लड़के व दो लड़किया हैं। बच्चों व महिला की हालत सामान्य है और डॉक्टरों की टीम लगातार उन पर नजर बनाए हुए है। बाराबंकी की रहने वाली रिहाना की डिलीवरी स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. आशा मिश्रा ने की। डिलीवरी सर्जरी से हुई, जिसके बाद की हालत सामान्य है।

बताया जा रहा है कि महिला को शादी के बाद भी बच्‍चा नहीं हो रहा था। जब उसने स्थानीय अस्पताल में दिखाया तो पता चला कि उसके यूट्रस में सूजन है। जिसका इलाज चल रहा था। इसके कुछ समय बाद वो प्रेग्नेंट हो गई। डिलीवरी का समय पूरा होने पर पति जियाउल हक ने उसे लखनऊ के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहां उसने सीजेरियन से चार बच्चों को जन्म दिया।

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वहीं बच्‍चों के जन्‍म पर रिहाना के पति जियाउल हक ने कहा कि छह साल से बच्‍चे नहीं हो रहे थे। मैंने ऊपरवाले से दो बच्चे मांगे थे मुझे चार मिल गए। इस बात की खुशी इतनी ज्‍यादा है कि जिसे बयान नहीं किया जा सकता। जियाउल हक पेशे से मजदूर हैं और मुंबई में काम करते हैं।

इस संबंध में डॉ आशा मिश्रा ने बताया कि जच्‍चा बच्चा सभी स्वस्थ्य हैं। ऑपरेशन में केवल एक यूनिट ब्लड लगा। वहीं डॉक्टर भी एक साथ चार बच्चे होने के मामले को बड़ी हैरानी से देख रहे हैं। अधिकतर इंफर्टिलिटी ट्रीटमेंट आईवीएफ में एक साथ दो या तीन बच्चे होने के केस आते हैं।

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