आरयू वेब टीम। भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के महात्मा गांधी को गोली मारने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने पर जहां एक ओर नया विवाद खड़ा हो गया है। वहीं साध्वी के इस बयान से असमंजस में फंसी बीजेपी ने खुद को अलग कर लिया है। बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि बीजेपी उनके बयान से सहमत नहीं है। हम इसकी निंदा करते हैं। साध्वी प्रज्ञा को सार्वजनिक रूप से अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
मोदी को देना चाहिए जवाब
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा के गोडसे पर दिए बयान से भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि साफ है कि पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के इशारे पर शहीदों का अपमान किया है। इस पर मोदी को जवाब देना चाहिए और साध्वी प्रज्ञा की उम्मीदवारी तुरंत वापस लेनी चाहिए।
गौरतलब है कि गुरुवार को साध्वी प्रज्ञा ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दिया है। अभिनेता कमल हासन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, देशभक्त हैं और देशभक्त ही रहेंगे। उनको आतंकवादी कहने वाले लोगों को अपने गिरेबां में झांककर देखना चाहिए। ऐसे लोगों को जनता चुनाव में मुंहतोड़ जवाब देगी।
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वहीं साध्वी के इस बयान को लेकर बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा, ‘साध्वी प्रज्ञा के बयान से बीजेपी सहमत नहीं है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। इस मामले में पार्टी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से स्पष्टीकरण मांगेगे। उनको अपने इस बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। वहीं इसके कुछ घंटें बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने अपने बयान को वापस ले लिया।
पहले भी दे चुकी हैं विवादित बयान
साध्वी प्रज्ञा सिंह इससे पहले भी अपने बयानों को लेकर विवादों में घिर चुकी हैं। इससे पहले उन्होंने मुंबई हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था, ‘ हेमंत करकरे ने मुझे गलत तरीके से फंसाया था। मैंने उनको बता दिया था कि तुम्हारा पूरा वंश खत्म हो जाएगा, वो अपने कर्मों की वजह से मुंबई हमले के दौरान मर गए। हेमंत करकरे मुंबई एटीएस के चीफ थे और मुंबई हमलों के दौरान उनकी मौत हो गई थी।