हजारों करोड़ लेकर भागने वालों की लिस्‍ट लंबी होने पर भी चुप हैं चौकीदार: डॉ. मसूद

बुलंदशहर हिंसा
डॉ. मसूद अहमद। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद ने आश्‍चर्य प्रकट करते हुए आज एक बयान जारी कर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्‍होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जब-जब केंद्र में भाजपा की सरकार होती है तो देश से धन लेकर भागने की प्रक्रिया सामने आती है।

वर्तमान सरकार में यह सिलसिला ललित मोदी से शुरू हुआ और विजय माल्या, नीरव मोदी, बीएम कोठारी जैसे हजारों करोड़ लेकर भागने वालों की लिस्‍ट लगातार बढ़ती जा रही है और देश के प्रधानमंत्री जो स्वयं को देश का चैकीदार कहते थे आज चुप हैं। प्रदेश अध्‍यक्ष ने तंज कसते हुए आगे कहा कि उनके सिपहसलार तो कभी-कभी जुमलेबाजी करते नजर आ रहे हैं, लेकिन चौकीदार सुरक्षा देने में असमर्थ हैं।

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प्रदेश अध्यक्ष ने अटल बिहारी सरकार के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा अटल जी के नेतृत्व में बनी केंद्र सरकार के कार्यकाल में देश की सैकड़ों छोटी-बड़ी फाइनेंस कंपनियां देश का अरबों रूपया लेकर फरार हुईं थी, जिनका पता आज तक नहीं लग सका।

वहीं बड़े-बड़े जुमले बोलने वाले देश के हमदर्द जनता का ध्यान 70 साल की बात कह करके भटकाने का प्रयास करते रहते हैं। यदि थोड़ी सी भी नैतिकता देश के प्रधानमंत्री तथा वित्त मंत्री व अन्य सहयोगियों के पास है तो देश से धन लेकर भागने वालों को किसी भी प्रकार खोजकर भारत लाएं भले ही पूर्ववर्ती सरकार में भागे हों अथवा वर्तमान सरकार में।

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वो इतने पर ही नहीं रूके उन्‍होंने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव के समय जो लोग विदेशों में जमा कालाधन वापस लाने और पाकिस्तान से लव लेटर लिखना बंद करने की बाते करते थे आज वे पूर्णतया विफल दिखाई पड़ रहे हैं, क्योंकि देश को आर्थिक चोट पहुंचाने वाले देश के सबसे बड़े दुश्‍मन होते हैं।

डॉ. मसूद ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार अपने चार वर्षो में की विफलता को छिपाने के प्रयासों में लिप्त केन्द्र सरकार अब पुनः चुनावी वर्ष में राम मंदिर और गंगा सफाई जैसे मुद्दों को हवा देकर एवं सांप्रदायिकता की भावना फैलाकर वोटों का धुव्रीकरण करना चाह रही है।

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